एक अपील होमियोपैथिक चिकित्सकों से
( डा ० जी ० भक्त )
पूर्व में मैंने साइट पर संदेश साझा कर रखा कि इस कोरोना वायरस के न थम पाने , लॉकडाउन खुल जाने के बाद भी अपने देश सहित अन्य देशों से भी समाचार मिल रहे हैं संक्रमण बढ़ने के । तथा कथित वैक्सिन की प्रतीक्षा में मृत्यु तो नही टल सकती । हमारी एक कमजोर आशा और गलत विश्वास हमें असंभव भविष्य के घेरे में डाल रखा है । कमाई की चिन्ता , भूख की तीव्रता और दूर लक्षित समाधान की दुाद्र आशा मे जीवन कट रहा , क्या आपको विकास जैसा कुछ ऐसा नजर आ रहा हैं ?
वस्त्र के अभाव में फटे कपड़ों को टूई के सहारे सीकर पहनाना आज भी चालू है । कोरोना से बचने के लिए तुलसी का काढ़ा बहुत सारे लोग अपना ही रहे हैं । मेरी सलाह है कि देश की जनता होमियोपैथी को अपना मित्र बनायें । विपत्ति से देश को बचाये । हम तैयार हैं इसके लिए ।
मैंने दो अक्टूबर के अवसर पर आयुष तथा अन्य होमियोपैथिक संगठनों , तथा लोग के अधिकारियों को लिखा था मार्गदर्शन हेतु कि 16 अक्टूबर से होमियोपैथी की हिप्पोजेनियम 200 शक्ति की दवा का सार्वजनिक खुराक संक्रमण से बचाव के लिए चालू करना चाहता हूँ । निर्देश कुछ भी न मिला , लेकिन हमें सेवा अर्पित करने का अधिकार तो है । देश के सारे होमियोपैथिक रजिस्टर्ड चिकित्सक इस दवा की खुराक देश के सारे होमियोपैथ 30 रु ० लेकर एक ड्राम उपलब्ध कराये जो एक परिवार के 6 सदस्यों के लिए सप्ताह में एकबार एक कप शुद्ध जल में घोलकर मात्र दो चम्मच दवा एक सदस्य के लिए होगी । शिशु के लिए एक चम्मच ।
ध्यान रहे , कोई दूकान से पूरी शीशी खरीदकर दवा का दुरुपयोग न करे । इसकी सूक्ष्म खुराक ही फलदायी होगी ।
गरीब और मरतों का सहारा होमियोपैथी विश्वास के साथ आजमाएँ ।
( अध्यक्ष )
प्रगत वैज्ञानिक चिकित्सीय एवं साहित्यिक शोध न्यास , हाजीपुर ( वैशाली ) , रजिस्टर्ड