Sat. Nov 2nd, 2024

 जागृति को मेरा कोटिशः नमन अपने जीवन की रक्षा हमारा धर्म है ।
नीतिगत बाध्यता और सामाजिक अंधविश्वास को तोड़ना अनिवार्य है ।
मानव एक स्वतंत्र सत्ता है ।

 इस जागृति को मेरा पथ प्रदर्शन रहेगा । आपने ऑक्सीजन की नितान्तता के प्रश्न पर विचारा है । धन्यवाद !

 जब को रोना श्वांसन संस्थान को ही प्रभावित करने वाला और स्पीडियोस्पर्मा नामक एक रेयर ( विशेष अवस्था में प्रयोग में आने वाली ) दवा हैं जो श्वसन केन्दों को बल प्रदान करती है । इसका प्रयोग पहले से दमा की उस अवस्था में प्रयोग होता रहा है जब फेफड़ा में ऑक्सीजन पहुँचने में बाधा होती है । रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाना इसका कार्य है । श्वांस की कमी ही इस दवा का निर्धारक ( निर्देशक ) लक्षण है । होमियोपैथी में हृदय रोग के लिए जिस प्रकार डिजिटेलिस दवा का स्थान है उसी प्रकार फेफड़ा के लिए यह दवा कारगर मानी गयी है ।

 नाक से शुरु होने वाली वायु नली छाती मे जाकर दो थैलों में बँट जाती है जिसे फेफड़ा कहते है । उसके अन्दर वह नली अवंत पतली नलियों में बँटी होती है । नलियों में वायु का आना जला श्वांस द्वारा चालू रहता है । फेफड़ा रक्त से भरा रहता है । रक्त को सदा ऑक्सीजन की जरुरत पड़ती है । एक मिनट श्वांस बन्द हुयी कि बेचैनी बढ़ी , ऑक्सीजन का अभाव हुआ । इस एअर हगर कहते है जिसके लिए वेन्टी लेगन यंत्र से ऑक्सीजन पहुचाया जाता है । होमियोपैथी में परिस्थिति और आवश्यकतानुसार ऑक्सीजन की कठिनाई से बचाने की करीब 10 दवाईयाँ है । जबसे कि श्वांस की गति तेज या बाधित हो रही हो तो उसी समय से कारण और परिस्थिति का अनुमान कर दवा लानी चाहिए । किसी प्रकार कमजोरी से वायु नली की शक्ति कमजोर होने सूजन आने , बलगम जमा होकर या रक्त का थक्का जमने से ऑक्सीजन पहुँचना बन्द होकर मृत्यु होती है ।

 Corona affects only respiratory system . The upper Respiratory system when exhibites symptoms of sneezing , fluleut coryza , mallacy ( heaviness or pain all over body ) febrilestate collectivlity generly influenza . It extends back to pharynx , larynx , treachea and then to lungs all thes organs of the system gives particular sysmpotms inflamation in airpasses swelling narrowness of wind pipe , pain , difficulty in respiration , occmulation of mucous sterterous breathing or snoring . Thes sysmpotms charecterise certain state of diffculty and help the physician to select correct medicine to use .

 Aconite , Belladona , Alleumcepa , Euphrasia , Eupatoriumperf Ars iod , Ammoncarb , Natmur , Bryonia , Spongia , Heparsulph , Antim tart , Carboveg etc are used in this condition and cures syndromes . When impending respriation is observed , remost use breath promoting and stimulation of wind pipe to clear of and exchange of air going on . The will spontaniously provide way to send out mucous , blood clots etc and saves the life of the pesent . SPIDIOSPERMA is one among such other remedies of service.

Dr. G. Bhakta

To increase oxygen level in blood: Aspidosperma Homoeopathic medicine.

👉SPIDIOSPERMA

Coronavirus treatment by homoeopathic medicines Homoeopathic medical College director

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