हरिद्वार, उत्तराखण्ड, साधना विसर्जन
श्रीमती कृष्णा आर्य वानपस्थ पति डा० जी० भक्त स्थायी निवासी पटेढ़ा जयराम, वैशाली (हाजीपुर) बिहार ने गंगा दशहरा दिनांक 16 जून रविवार को हरिद्वार आकर गंगा माता को समर्पित दो लाख “रामनामा” सह “हरे राम हरे राम राम राम हरे हर” का मंत्रोच्चार लेखन साधना 22 नवम्बर 2022 से प्रारंभ कर 14 जून 2024 का पूर्णाहुति कर माता पतित पावनी मोक्षदायिनी गंगा की धारा में विसर्जित किया।
श्रीमति आर्या के पति सहित उनके परिवार और कुटुम्बो सहित पाँच श्रद्धालु साधक पुरूष एवं महिला साथ थे। उनके साथ शान्ति कुंज हरिद्वार के सदस्यो का योगदान सराहनीय रहा है।
डा० भक्त होमियोपैथी के विश्व प्रसिद्ध एवं अनुभवी (75 वर्ष) चिकित्सक, पाँच विश्व सम्मेलनो म अपना शोध पत्र प्रस्तुत कर चुके है। इसके साथ साहित्य विद् हिन्दी और अंग्रेजी भाषा के लेखक, कवि, नाटक कार और सम्पादक है। इनकी सैकड़ो कविताएँ दर्जनों पुस्तके प्रकाशित एवं गुगल के माध्यम से पाठको के लिए उपलब्ध है। “श्रीमद भग्वदगीता निष्पत्ति एवं निवृति” तथा “रामचरित मानस एक अनुशीलन” गुगल्स के साइट पर पढ़े जा सकते है। सम्पर्क सूत्र MYXITIZ.COM लिटरेचर, पोएम्स, बुक्स इत्यादि ।
हरिद्वार, उत्तराखण्ड के हरिद्वार जिले का एक पवित्र नगर तथा सनातन का प्रमुख तीर्थ है
क्षितिज उपाध्याय