ज्ञान रश्मि
1. मन में भावनाओं की तरंगे लहराती हैं ।
2. बुद्धि भावनाओं पर नियंत्रण करती हैं ।
3. विवेक द्वारा निर्णय प्रभावित होता हैं ।
4 . ज्ञान द्वारा मन , बुद्धि और विवेक को नियंत्रित करने की दिशा प्रदान की जाती है जो सत्य और असत्य को स्पष्ट करती हैं ।
5 . ज्ञान कर्म को दिशा प्रदान करता है ।
6. शिक्षा शुद्ध जल है और धर्म साबुन , जिससे मनोदैहिक शुद्धता आकर कर्म सुधरता है ।
7. धर्म हमारे कर्म में शुचिता लाता है ।
8. व्यावहारिक जीवन में भूल वश हम आडम्बर को ही धर्म समझकर बहुमूल्य जीवन को बर्वाद कर देते हैं ।
9. धर्म ज्ञान जन्य शिक्षण की वह चाभी है जो हमें सदा सत्य का ही दर्शन करने का मार्ग खोलती है ।
10. प्रेम अपनत्व लाता है अगर उसमें ममता और स्वार्थ न जुड़ा हो । ये दोनों ही एकता और समानता के लिए बाधक हैं ।
11. किसी को निःस्वार्थ कुछ भी अर्पित कर देना उनका सर्वस्व जीत लेने के तुल्य है ।
12 . ईश्वर एक कल्पना है , हम माता – पिता एवं गुरु में ही उस स्वरुप को पहचानें । ऐसी पहचान उनके सान्निध्य और सेवा से ही संभव है ।
13. जो पूरे विश्व को एक सूत्र में बांधे , वह प्रेम छोड़ कर दूसरा कुछ भी नही हो सकता ।
14. जिन्हें सेवा में संतुष्टि मिलती है , विश्व उन्हीं को अपना स्वीकारता है ।