Thu. May 15th, 2025

आज का वैज्ञानिक विकास क्या मानवता को मिटा डालना चाहता है ? चिन्तन में चेतना की गरिमा स्थापित करना हमारे विकास की प्रमुख धारा बने ।

आज का वैज्ञानिक विकास क्या मानवता को मिटा डालना चाहता है ? चिन्तन में चेतना की गरिमा स्थापित करना हमारे विकास की प्रमुख धारा बने । डा ० जी ०…

मानवीय प्रवृत्ति , हमारा विश्वास और विचारधारायें

मानवीय प्रवृत्ति , हमारा विश्वास और विचारधारायें डा ० जी ० भक्त हम सृष्टि के एक अंग है इस धरती पर । इस धरती ( पृथ्वी नमाक ग्रह ) पर…

हमारा परिवेश चिन्तन की कड़ियाँ

हमारा परिवेश चिन्तन की कड़ियाँ जीवन के आयाम में बदलाव आना सकारात्मक घटना है , जिसे हम जागृति कह सकते हैं । इसी बदलाव की प्रक्रिया में हमे अपने परिवेश…

सृष्टि का अर्पूव सच हमारी पारिवारिक व्यवस्था

सृष्टि का अर्पूव सच हमारी पारिवारिक व्यवस्था सुना जाता है कि जन्म और मृत्यु के सदृश ही प्राकृति में सृष्टि और प्रलय का विधान है । ऐसा ही होता आया…

सम्भावनाओं की आहट में हम अचेत पड़े हैं , अवसर भागा चला जा रहा है ।

सम्भावनाओं की आहट में हम अचेत पड़े हैं , अवसर भागा चला जा रहा है । ऐसा हो रहा है होमियोपैथी के साथ । कोरोना काल में हमने अपनी भूमिका…

आध्यात्म दर्शन

आध्यात्म दर्शन जीवन और जगत ऐसे दो शब्द हैं सृष्टि के जिनमें समाहित है एक इकाई मानव का कार्य कलाप और सम्पूर्ण सृष्टि कर्म विन्यास । इन्हीं से निकली है…