इस भौतिक वादी जगत में भी राम और कृष्णा के ही आदर्श ग्राह्य हैं
इस भौतिक वादी जगत में भी राम और कृष्णा के ही आदर्श ग्राह्य हैं डा० जी० भक्त मर्यादा पुरूषोत्तम राम और कर्मयोगी कृष्ण के मानवादर्श को ब्रह्मत्व प्राप्त है। हमारा…
इस भौतिक वादी जगत में भी राम और कृष्णा के ही आदर्श ग्राह्य हैं डा० जी० भक्त मर्यादा पुरूषोत्तम राम और कर्मयोगी कृष्ण के मानवादर्श को ब्रह्मत्व प्राप्त है। हमारा…
कोरोना और वैक्सिन वैक्सिन की भरमार प्रकृति के साथ छेड़छाड़ सबसे ज्यादा अपेक्षित है आरोगय कारीदवा का आविष्कार डा० जी० भक्त, मो० 9430800409 मैं नहीं, सिर्फ आप सभी विश्व के…
जीना मुश्किल है डा० जी० भक्त सहयोग – असहयोग, समर्थन विरोध, अत्याचार भ्रष्टाचार प्रोत्साहन और धोखाघरी आदि परस्पर विरोधी परिस्थितियाँ तो बाधक घातक और बिनाशक होती ही है किन्तु विश्वासघात…
हिंसा गरीबी का रहस्य डा० जी० भक्त ऐसा तो कही मैंने पढ़ा नही, न किसी के मुँह से सुना किन्तु वलवान द्वारा कमजोर को सताया जाना सर्व कालिक घटना है।…
राजनीति वह नही जो देश को दुर्बल बनाए डा. जी. भक्त अविवेक पूर्ण सोच से उपजा निर्णय, आत्मतुष्टि का लक्ष्य लेकर उठा कदम, आर्थिक कीमत चुका कर सक्रिय राजनीति में…
कोरोना पर चिकित्सा जगत की पहुँच कितनी विश्वसनीय डा० जी० भक्त अगर कहा जाय कि कोरोना के प्रति विश्व जंग अधूरा रहा तो इसमे कोई बड़ी भूल नही मानी जा…
बिना आधार की जनसंख्या नियंत्रण नीति डा० जी० भक्त विचार है कि विश्व में आज बढ़ती आबादी और उसके सर्वतोमुखी जीवनीय प्रश्नों के निदान हेतु निर्धारित जन संख्या के अनुरूप…