कोरोना (COVID-19)निदान पर सकारात्मक निर्देश
होमियोपैथी
मानव सृष्टि या जैविक सृष्टि पर कलांतर में ओर प्रकारांतर से दैहिक दैविक ओर भौतिक आपदाये आती एव अपने प्रभाव से जगत को कष्ट में डालती है |ऐसे ही स्वरूप में महामारियां (संक्रामक रोग )विनाशकारी स्थिति लाती है |
वह शिक्षा ,स्वस्थ ओर जनपूर्ति की स्वच्छ एवं स्वास्थ्य भूमिका कल्याणकारी सिद्ध होती है|
स्वास्थ्य ओर अरोग्यत के साथ चिकित्सा सेवा का महत्वपूर्ण योगदान साबित होता है| चिकित्सा विज्ञान के कई स्वरूप हमारे हित में कार्यरत है | आज इस वैश्विक समस्या के समाधान में सबकी भूमिका अनिवार्य रूप से विचारणीय है| अपने 20मार्च को इसके संबंध में प्रतिषेध पढा होगा |
संक्रमित रोगियों में सर्दी ,खाँसी ,श्वास कष्ट जैसे प्रारम्भिक लक्षण आते है| ये लक्षण नाक से फेफड़ों तक को प्रभावित करते है अंगों में रक्त जमा होना (कन्जेशन) ग्रंथियों का प्रभाव रुक जाना (इंफ्लालेशन)तथा घाव का बनना (अल्सरेशन) या विषाक्ता पैदा होकर सेप्टिक अवस्था से होकर मृत्यु तक हो जाते देखा जाता है |इस हेतु यह विनाशकारी है|
इसे प्रशमन के लिए मैने उस दिन सल्फर 30 शक्ति तथा सोरिनम 30 शक्ति या 200 शक्ति भी निर्देशित किया था| प्राणघातक ट्यूबर्क्युलर होने के कारण सल्फर आयोड निम्न शक्ति का भी प्रयोग प्रिविन्सन ओर इलाज दोनो में हितकर साबित होगा लक्षणों की विशिष्टता के अनुरूप सम लक्षण सम्पन्न दवाओ का सावधानी पूर्वक चलन कर किया जा सकता है | अब तक जिन देशो में इस पर नियंत्रण या सफल चिकित्सा लाभ पायी है उन्होंने अपनी पारम्परिक प्रणाली ओर दवा के द्वारा ही |
होम्योपैथी की एक महत्वपूर्ण औषधि सटीक उतरती है_”हिप्पोजेनियम ” ये डिक्शनरी ऑफ प्राइटिकल मेटेरिया मेडिका लेखक डॉ जान हेनरी क्लार्क खंड -1 पृष्ट संख्या -906 यह दवा उपरोक्त कार्य के लिए सफलता पूर्वक परीक्षित ,प्रयुक्त ओर पर्सनशित है |आयुष के पदाधिकारी होमियोपैथी के शिक्षक ,चिकित्सक एव समर्थक इसे अवश्य ध्यान में लाये | विस्तृत विवरण आपकी सेवा में शीघ्र भेजूंगा|
प्रखंड स्वास्थ समिति के सदस्य
वेलसर पटेढ़ी प्रखंड (वैशाली)
डॉ0 जी0 भक्ता
डॉ0 जी0 भक्ता |