जागरुकता की सार्थकत्ता क्या हैं ? -Dr. G. Bhakta
जागरुकता की सार्थकत्ता क्या हैं ? सृष्टि प्रकृति का विधान है जो जड़ और चेतन नाम से दो रूपों में जाना जाता है । जड़ शब्द से दो भाव व्यक्त…
जागरुकता की सार्थकत्ता क्या हैं ? सृष्टि प्रकृति का विधान है जो जड़ और चेतन नाम से दो रूपों में जाना जाता है । जड़ शब्द से दो भाव व्यक्त…
कालॉकडाउन का साठवाँ दिवस 1………….मिला – जुलाकर अपने देश में पूरे विश्व के देशों से सराहनीय परिणाम प्राप्त हो रहें । कारण रुप सच्चाई थाहे जो हो , सरकारी घोषणानुसार…
वर्तमान परिदृश्य में लॉकडाउन की अहमियत और समस्याओं की – : श्रृंखला : – डा0 जी 0 भक्त इस वैज्ञानिक युग में मेडिकल साइंस के प्रति विचारना होगा कि उनकी…
कोरोना के बदलते तेवर दुनिया में जड़ – चेतन सत्ता की अपनी – अपनी गरिमा है | जड़ में निजी स्पंदन नहीं होता | वह चेतन सत्ता द्वारा आरोपित उर्जा…
कोरोना को अमरता का वरदान कोरोना का रोना रोने वालों को शान्ति का पाठ पढ़ा ही रहे हैं । घरों में हमने सुरक्षित कर रखा है । उस पर ताले…
जीव जब ईश्वर की सृष्टि है , तो जीवन में कष्ट क्यों ? प्रकृति ही परमात्मा ( ईश्वर ) का स्वरुप है या वह प्रकृति की सचराचर सृष्टि में व्याप्त…
बेवसाइट के पटल पर डॉ 0 जी 0 भक्त साहिव्यिक रचनाधर्मिता एवं लेखन कला में विषयों का प्रवाह मात्र नहीं , भावनाओं का संगम सिद्ध करने में डॉ 0 जी…