Sun. Apr 28th, 2024

Author: admin

बुराईयों को ही प्राथमिकता जहाँ , वह देश है भारत !

बुराईयों को ही प्राथमिकता जहाँ , वह देश है भारत ! डा ० जी भक्त ..जबकि हमारा देश ईश्वर के अवतारों का स्थल माना जाता हैं । जहाँ पर धर्म…

दीनता के प्रहार को संवेदना का स्वर चाहिए ।

दीनता के प्रहार को संवेदना का स्वर चाहिए । डा० जी० भक्त विकसित समाज और उपभोक्तावादी परिवेश में दीनता तब असह्य होती है जब परिवार को अपनी आवश्यक आवश्यकताओं पर…

आध्यात्म चिन्तन ईश्वर चिन्तन पर मंथन क्यों ?

आध्यात्म चिन्तन ईश्वर चिन्तन पर मंथन क्यों ? डा ० जी ० भक्त प्रकृति से सृष्टि और सृष्टि का पोषण , पोषण से जीवन और जीवन में अनुभूति , अनुभूति…