Mon. May 6th, 2024

Author: admin

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा. जी. भक्त किसी विषय से संबंधित नामकरण ” शीर्षक ” को पढ़कर उसके भाव और क्षेत्र का अनुमान लग जाता है । उपरोक्त शीर्षक के…

विजय की महत्वकांक्षा और मानव धर्म

विजय की महत्वकांक्षा और मानव धर्म डा. जी. भक्त दो राष्ट्रों के बीच या दो व्यक्तिया के बीच संघर्ष अवश्य हो किसी कारण विशेष के द्योतक होते हैं । वे…

प्रभाग-32 सती सुलोचना प्रसंग, छठा सोपान लंका काण्ड रामचरितमानस

प्रभाग-32 सती सुलोचना प्रसंग, छठा सोपान लंका काण्ड रामचरितमानस गोस्वामी तुलसीदास जी ने राम चरित मानस के लिए विषय वस्तु के संबंध में प्रारंभ में ही स्पष्ट किया है- ”…

प्रभाग-32 मेघनाथ बध , छठा सोपान लंका काण्ड रामचरितमानस

प्रभाग-32 मेघनाथ बध , छठा सोपान लंका काण्ड रामचरितमानस जब रावण अपने भाई कुंभ करण की मृत्यु के बाद उसके कटे सिर को हृदय से दबाये विलाप कर रहा था…

प्रभाग-31 कुंभ करण वध, छठा सोपान लंका काण्ड रामचरितमानस

प्रभाग-31 कुंभ करण वध, छठा सोपान लंका काण्ड रामचरितमानस जागा निसिचर देखिअ कैसा । मानहु कालु देह धरि वैसा ।।कुंभ करण बूझा कह भाई । काहे तब मुख रहे सुखाई…

वर्तमान भारतीय परिवेश में संस्कृति की झलक और नारी का स्थान

वर्तमान भारतीय परिवेश में संस्कृति की झलक और नारी का स्थान डा. जी. भक्त यह एक दृष्टि कोण मात्र है कि परिवेश संस्कृति को प्रभावित की है और नारी भी…