कुछ अकथनीय
कुछ अकथनीय कथ्यों की अकथनीयता , श्रोताओं एवं पाठकों के ज्ञान – धन के आधार पर मान्य या अमान्य हो सकती है जो शास्वत एवं अशास्वत की कोटि में प्रमाणित…
कुछ अकथनीय कथ्यों की अकथनीयता , श्रोताओं एवं पाठकों के ज्ञान – धन के आधार पर मान्य या अमान्य हो सकती है जो शास्वत एवं अशास्वत की कोटि में प्रमाणित…
कोरोना समस्या कोई पहेली नहीं , चुनौती बन गयी । डा ० जी ० भक्त भारत को ही नहीं , पूरे विश्व को सोचना पड़ रहा है कि कोरोना एक…
कोरोना कथा और होमियोपैथी डा ० जी ० भक्त चिकित्सा जगत के अद्यतन इतिहास में विश्व व्याप्त और विख्यात संक्रामक ( पैंडेमिक ) कोविड -19 के प्रथम फेज ने जो…
सीख की भिक्षा डा ० जी ० भक्त ज्ञान और विज्ञान की अगम्य सरिता रुपी सभ्यता और संस्कृति पाकर भी अज्ञानता के संकट को झेलता विश्व कराह की ज्वाला सहने…
एक संस्मरण जिसमें भारत अमेरिका को जोड़ पाया यह बात 1973 की है । नये साल की 31 जनवरी थी । मैं गोरौल चौक स्थित अपनी क्लिनिक पर था दिन…
अमरवाणी विकास की परिणति परतंत्रता की पीड़ा बन रही । ” -हमें विवेक से काम लेने की जरुरत थी , जिसका पालन कर पाने में हम पीछे रहे । सृष्टि…
कोरोना के संदर्भ में अति विचारणीय पक्ष मानव सभ्यता के विकास के समय से अबतक समाज के नेतृत्त्व पर जो कुछ होता आया है , उसका इतिहास , जहाँ तक…