हनिमैन जयन्ती आज का उत्सव नहीं , होमियोपैथ के लिए आत्मचिन्तन का व्रत बनें ।
हनिमैन जयन्ती आज का उत्सव नहीं , होमियोपैथ के लिए आत्मचिन्तन का व्रत बनें । विश्व के होमियोपैथ समुदाय आगे आयें । डा० जी० भक्त अब तक चिकित्सा जगत में…
हनिमैन जयन्ती आज का उत्सव नहीं , होमियोपैथ के लिए आत्मचिन्तन का व्रत बनें । विश्व के होमियोपैथ समुदाय आगे आयें । डा० जी० भक्त अब तक चिकित्सा जगत में…
बुराईयों को ही प्राथमिकता जहाँ , वह देश है भारत ! डा ० जी भक्त ..जबकि हमारा देश ईश्वर के अवतारों का स्थल माना जाता हैं । जहाँ पर धर्म…
दीनता के प्रहार को संवेदना का स्वर चाहिए । डा० जी० भक्त विकसित समाज और उपभोक्तावादी परिवेश में दीनता तब असह्य होती है जब परिवार को अपनी आवश्यक आवश्यकताओं पर…
एक आदर्शात्मक शुभ संदेश शारदा ( सरस्वती पूजा ) के अवसर पर डा० जी० भक्त सृष्टि की संस्कृति फैली संस्कृति कालान्तर में कई उत्थान – पतन के झकोड़े सही ,…
चेतन जीवन से सृष्टि की अपेक्षाएँ डा ० जी ० भक्त सृष्टिकर्ता के अनुसार हमारा अनुमान है कि चेतन सृष्टि के पीछे कुछ न कुछ सकारात्मक सोच जरुर रहा होगा…
देश के एकहत्तरवें गणतंत्र दिवस पर हार्दिक भाव सुमन डा० जी० भक्त हम मानव है , देश के नागरिक और विश्व मानव समुदाय की एक इकाई जन शक्ति , अगर…
कृषि कानून और कृषक डॉ. जी. भक्ता भारत के कृषि प्रधान देश कहलाने पर भी आज किसान अपने आपको आनाद्रित अनुभव कर रहे हैं । जबकि देश स्वतंत्र है और…